डोईवाला
सरल और हंसमुख स्वभाव के धनी धीरेंद्र सिंह पवार जो कि मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी पद पर हैं परंतु जिस तरह धीरेंद्र पंवार ने अपने ओएसडी कार्यकाल में डोईवाला विधानसभा में अपनी एक अलग पहचान बनाई है वह किसी से छुपी नहीं है।
मुख्यमंत्री के तमाम विरोधियों व अन्य लोगों ने धीरेंद्र पवार के रास्ते में कांटे बिछाने की भरपूर कोशिश की परंतु जिस तरह से धीरेंद्र ने उन सभी कठिनाइयों का सामना करते हुए पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपने ओएसडी धर्म को निभाते हुए डोईवाला विधानसभा में एक कुशल राजनेता के रूप में अपनी छाप छोड़ी है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट कहे जाने वाले सूर्य धार जलाशय के लोकार्पण कार्यक्रम में पिछले 10 दिनों से दिन-रात वहीं रहकर जो कार्यक्रम की तैयारियां की और एक सफल कार्यक्रम करा कर धीरेंद्र पवार ने अपना लोहा विरोधियों के सामने मनवा दिया है।
मुख्यमंत्री बनने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत का यह डोईवाला विधानसभा में पहला ऐसा सफल कार्यक्रम हुआ है जिसका पूरा श्रेय ओएसडी धीरेंद्र पवार को जाता है इसी तरह सरकार पर भी जब जब संकट के बादल मंडरा ए तो धीरेंद्र हमेशा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह के साथ खड़े होकर लगातार हर संकट को आसानी से पार कर लिया विरोधियों के तमाम विरोध के बावजूद भी मुख्यमंत्री ने भी धीरेंद्र पवार पर विश्वास बनाए रखा और धीरेंद्र पवार ने भी उस विश्वास को कभी टूटने नहीं दिया।
यही कारण है कि आज डोईवाला विधानसभा में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की परछाई के रूप में जनता धीरेंद्र पवार को देख रही है और वह भी त्रिवेंद्र रावत की तरह ही विरोधियों को लगातार मात देकर जनता की सेवा करने में लगे हुए हैं और पूरी विधानसभा का दौरा कर जनता की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं ।
खासकर विधानसभा के पर्वतीय क्षेत्रों पर विकास कार्य किस प्रकार से हो जिस से पलायन रुके और वहां के लोगों को रोजगार मिल सके इसके लिए वह लगातार कार्य कर रहे हैं और जल्द ही उसके परिणाम भी क्षेत्र में दिखने लगेंगे।
सूर्य धार जलाशय उसका एकमात्र उदाहरण है ऐसे अनेकों कार्य अभी विधानसभा में होने हैं जिसका यहां की जनता को लाभ मिलना तय है।