21 वर्ष सेवा देने के बाद शिक्षक के ट्रांसफर पर झलके छात्रों के आंसू

डोईवाला- राजकीय इंटर कॉलेज बुल्लावाला में 21 वर्षों तक सेवाएं देने के बाद बायोलॉजी प्रवक्ता शरद कुमार शर्मा का स्थानांतरण हुवा तो छात्रों की आंखों में अंशू झलक पड़े।


दो दशक का समय बहुत लंबा होता है, ओर किसी भी इंसान को इतना लंबा समय बिताने के बाद वहां के लोगों से घरेलू जैसे सम्बन्ध बन जाते हैं। इसी कड़ी में शिक्षक एस के शर्मा ने अपने दिल का दर्द और ख़ुशी व छात्रों व स्टाफ से स्नेह को उन्होंने बयां किया तो कई छात्रों के अंशु निकल पड़े।

उन्होंने कहा कि उन्होंने  विद्यालय को सदैव ही " मां सरस्वती का मंदिर " और अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को

ठाकुर जी का स्वरूप माना है।

उन्होने अपने जीवन के स्वर्णिम 21 वर्ष राजकीय इंटर कॉलेज , बुल्लावाला {देहरादून} में व्यतीत किये। इस लंबी अवधि में उनके द्वारा अनेक छात्र~ छात्राओं को पूर्ण मनोयोग के साथ ज्ञानवान बनाने का प्रयास किया गया। जिनमें अनेक छात्र-छात्राएं आज भी उनके संपर्क में हैं ओर लगातार ज्ञान अर्जित कर रहे हैं। और अपने अपने क्षेत्र में विद्यालय एवं क्षेत्र का नाम प्रकाशित कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि उनके अध्यापक साथियों एवं सम्पूर्ण स्टाफ का सदैव ही उन्हें भरपूर सहयोग मिला। ओर सभी से उन्हें कुछ ना कुछ सीखने को मिला। जीवन के इन खट्टे-मीठे अनुभव का ज्ञान हुआ। और अनुभवों से ज्ञान वृद्धि हुई। साथ ही उन्होंने सभी का हृदय से आभार व्यक्त किया। इसके अतिरिक्त  ग्राम प्रतिनिधी एवं स्थानीय निवासी जिनमें अधिकतर विद्यालय के छात्र-छात्राओं के माता-पिता भी शामिल है। इन सभी के सहयोग का भी उन्होंने जिक्र करते हुवे आभार व्यक्त करते हुवे हृदय से आभारी जताया। 

उन्होंने कहा कि विद्यालय में व्यतीत 21 वर्ष आजीवन उनके जीवन मे अविस्मरणीय रहेंगे। इस दौरान उनका हृदय भारी भी हुवा, पर इस बात की प्रसन्नता भी हुई कि यहाँ से पदोन्नत हो कर प्रधानाचार्य के रूप में रा.उ.मा.वि. माल 【पौड़ी गढ़वाल】 जा रहे हैं। अन्त में एक बार फिर से उन्हीने सभी विद्यालय के अधिकारियों अपने साथियों- सहयोगियों का आभार- धन्यवाद प्रकट किया। तथा छात्र- छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की।

इस दौरान अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परमिंद्र सिंह, Kन्यूज़ संवाददाता राजकुमार अग्रवाल, Tv100 संवाददाता जावेद हुसैन, पत्रकार रितिक अग्रवाल, ग्राम पंचायत सदस्य विनोद रौथाण ने शिक्षक एस के शर्मा व शिक्षक आर के वर्मा को उनके सरहनीय कार्यककाल व पदोन्नति पर बधाई दी।


इस अवसर पर शिक्षक एस के शर्मा ने महेश उपाध्याय जी की कविता के माध्यम से अपने हृदय के हृदयोद्गगार प्रकट किया।

... ‌‌एक बच्चे की तरह प्यार से पाला है ......

तुम्हें अपने हाथों के सहारों से सँभाला है तुम्हें ।

बाप के दिल की तरह हम भीने जिगर फैलाकर

हमने मारा भी, मारा है मगर सहलाकर।

आज उस प्यार को किस तौर विदाई दे दूँ ।

भर के वरदान में सारी ही पढ़ाई दे दूँ।

काश। कुछ ऐसा हुनर मेरी जुबाँ में होता।

स्वर्ग का भूमि से होता नहीं है समझौता।

हम मुसाफिर की तरह आके चले जाते हैं।

फूल-सा खिलके बहारों में बिखर जाते हैं।

गन्ध अपनी तुम्हें देते हैं। बहुत ख़ुश होकर

और हम ख़ुश हैं ये ख़ुशबू को बीज-सा बोकर।

तुम इसे अपने पसीने से सींचना, बोना

और फिर देश के आँगन में सुर्ख़रू होना।

ज्ञान की गन्ध पसीने में मुस्कराती है।

यह खिज़ाओं के बग़ीचों में लहलहाती है।

तुम भी इस देश के आँगन में जगमगाओगे

हमको उम्मीद , सितारों से चमचमाओगे।

रात को दीप, सुबह आफ़ताब बन जाओ

हर मुसीबत में चट्टानों की तरह तन जाओ।

ज़िन्दगी नींद से पहले का नाम है गोया।

भिड़ना तूफ़ान से वीरों का काम है गोया।

इम्तहाँ कुछ नहीं तूफ़ान का छोटा भाई।

तोड़ दो इसकी नसें ले के एक अँगड़ाई।